कॉन्डोम क्या होता है | What is a Condom in Hindi
कंडोम लेटेक्स (आम भाषा में ‘रबड़’) या पॉलीयुरीथेन से बना होता है। कंडोम को सेक्स करने के दोरान पुरुष अपने लिंग पर चढ़ा लेता है ,(इस समय मार्किट में औरतो के भी कंडोम उपलब्ध है ) कंडोम का प्रयोग इसलिए करते है ,ताकि योनि में न जा सके | और जब तक योनि में शुक्राणु नहीं जाते तब गर्भधारण नहीं हो सकती |
मर्द कंडोम इस्तेमाल करने का तरीका | How to use male condom in Hindi
कंडोम पहनते समय कुछ छोटी-छोटी गलतियाँ कर देते है, जिसका परिणाम उनको बाद में भुगतना पड़ता है, इसलिए जब भी आप कंडोम का प्रयोग करे तो सही तरीके से उसका प्रयोग करे
कॉन्डोम पहनने का सही तरीका –
- सबसे पहले कंडोम समाप्ति की तारीख (Expiry date) को देख ले |
- कंडोम पैकेट को बड़ी सावधानी खोले : कंडोम पैकेट कभी भी बीच से न खोलें। इसे हमेशा एक छोर से ही खोलें।
- Condom को तभी पहने जब लिंग पूरी तरह से तना और सख्त हो।
- Condom कही उल्टा तो नहीं ,पहनने से पहले एक बार जांच लें।
- कंडोम की नोक को दबाए रखना चाहिए , जब तक की वह पूरी तरह से लिंग पर चढ़ न जाए। दबाये रखने से कंडोम की नोक पर हवा नहीं जाती है |
- कभी भी कंडोम के ऊपर तेल , वैसलीन आदि का प्रयोग न करे |
- वीर्य निकलने के बाद , जब लिंग को योनि से लिंग बाहर निकाले तो कंडोम को पकड ले |
- हर बार जब आप सेक्स करे, तो अप एक नए कंडोम का प्रयोग करे |
कंडोम के प्रकार | Types of Condoms in Hindi
समय के साथ हर चीजे बढती जाती है, उसी तरह कंडोम के भी नए-नए तरीके मार्किट में आते जा रहे है, कुछ बहुत ज्यादा पसंद किये जाने वाले कंडोम के प्रकार नीचे दिए गए, जिन्हें जानकार आप भी उनका मजा ले
1. फ्लेवर्ड कंडोम्स
इस तरह के कंडोम को सेक्स के दोरान प्रयोग करने पर एसटीडी का खतरा कम हो जाता है, इस कंडोम का प्रयोग ओरल सेक्स (मुह में किया जाने वाला सेक्स ) के दोरान किया जाता है | इसलिए दोस्तों आप जब भी ओरल सेक्स करे तो आप फ्लेवर्ड कंडोम्स का प्रयोग जरुर करे |
2. अनफ्लेवर्ड कंडोम्स
इस कंडोम के प्रयोग करने से औरतो की यौन पूरी तरह से सुरक्षित रहती है | इसलिए मर्द ,लोग जब किसी औरत के साथ संबंद्ध बनाते है , तो अनफ्लेवर्ड कंडोम्स का प्रयोग करते है |
3. एलोवेरा कंडोम्स
जैसा आप सभी लोग जानते है कि एलोवेरा हमारे लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है, एलोवेरा कॉन्डोम का प्रयोग दर्द मुक्त सेक्स के लिए किया जाता है |
4. अल्ट्रा थिन कंडोम्स
अल्ट्रा थिन कंडोम्स बहुत ही ज्यादा पतला कंडोम होता है, ये कंडोम के प्रयोग से आपको बिल्कुल वैसा ही महसूस होगा, जैसे आप बिना कंडोम के सेक्स करते हो |
5. वार्म कंडोम्स
वार्म कंडोम्स का प्रयोग करने से भावनाओ को और भी ज्यादा गर्मी मिलती है, इस तरह के कंडोम वार्मिंग एजेंट से तैयार किया जाता है , जिससे लोग अपनी सेक्स लाइफ को और भी ज्यादा बेहतर बना सके |
6. बिग हेड कंडोम्स
इस तरह का कंडोम उनके लिए बनाया गया है, जिन लोगो के लिंग का मुँह आकार में बड़ा होता है, अगर ऐसे लोग इस तरह का कंडोम नहीं पहनते है, तो कंडोम फट जाता है, इसलिए ऐसे लोग बिग हेड कॉन्डोम का ही इस्तेमाल करे |
7. एक्स्ट्रा लुब्रिकेटेड कंडोम्स
इस तरह के कंडोम का प्रयोग तब किया जाता है, जब योनि में सूखेपन की समस्या होती है, इस कंडोम में बाकी के कंडोमो से दो गुना ज्यादा चिकनापन होता है, यदि आप सूखेपन में कंडोम इस्तेमाल कर रहे है , तो बेहतर होगा कि आप एक्स्ट्रा लुब्रिकेटेड कंडोम्स का ही इस्तेमाल करे |
8. रिब्ड कंडोम्स
यदि किसी महिला को उतेजित नहीं कर पा रहे है , तो आप रिब्ड कंडोम्स का प्रयोग करे , क्योकि इस कंडोम बाहरी सतह पर उभरी हुई धारियां होती हैं। जो सेक्स करने के दोरान ये धारियां महिला साथी को उतेजित करने के साथ-साथ तेजी से संतुष्टि प्राप्त करने में मदद करती हैं।
9. लॉन्ग लास्टिंग कंडोम्स
यदि आप शीघ्र स्खलन से परेशान हो, तो आप इस तरह के कंडोम का प्रयोग करो, ऐसे कंडोम लिंग के मुँह को सुन्न कर देता है, क्योकि कंडोम की नोक में बेंज़ोकेन या सलूशन होता है|
10.डॉटेड कंडोम्स
इस तरह के कंडोम को सेक्स को और ज्यादा रोमांस बनाने के लिए कंडोम के ऊपरी भाग पर डॉट्स बना दिए जाते है, और चिकनाई भी इस कंडोम में ज्यादा होती है, ये भी माना जाता है, कि इस तरह के कंडोम का प्रयोग करने से पार्टनर संतुष्ट हो जाते है |
कॉन्डोम(कंडोम) के फायदे | Benefits of Condoms in Hindi
इस समय कंडोम को खरीदना बहुत ही आम बात है, लोग बड़ी ही आसानी मार्किट में जाकर कॉन्डोम को खरीद सकते है , हां जो लोग सरमाते है, शायद् उनके लिए थोड़ी सी समस्या है , लेकिन उनकी भी समस्या आज के इस दोर में ख़त्म हो गई है , अगर वह मार्किट में जाकर नहीं खरीद सकते है तो वह लोग online order कर देते है , तो आएये दोस्तों अब हम कंडोम से जुड़े कुछ फायदे जानते है जो आपको जानना चाहिए-
- कंडोम का प्रयोग करके सम्भोग से होने वाली बीमारी से बचा जा सकता है |
- कंडोम से किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं होता है |
- हर उम्र का इन्सान इसे इस्तेमाल कर सकता है |
- एड्स, व गुप्त रोग जैसी बीमारियों के फैलने का खतरा नहीं रहता है|
- लिंग के हिसाब से मार्किट में कंडोम बड़ी ही आसानी से मिल जाते है |
- अपने फ्लेवर के हिसाब से आप कंडोम खरीद सकते है |
- कंडोम के प्रयोग से अनचाहे गर्भ से बचा जा सकता है |
कंडोम का उपयोग करने के नुकसान | Side Effects of Condoms in Hindi
ये बात तो आप भी जानते होंगे, जिस चीज से फायदा होता है , उससे नुकसान भी होता है , तो आएये कंडोम से होने वाले नुक्सान के बारे में जानते है-
- कंडोम के प्रचार और इस्तेमाल से स्कूल के बच्चो पर इसका काफी गहरा प्रभाव पड़ रहा है |
- समाज में लोग बिना डरे, जितनी बार चाहते है , उतनी बार सम्बन्ध बनाते है |
- जहाँ लडकियां पहले किसी पराये मर्द से के बारे में सोचती थी, वह आज बिना सोचे सम्बन्ध बना लेती है |
- कंडोम का विज्ञापन हर समय टी.वी चैनल्स पर आने से परिवार पर भी इसका गहरा प्रभाव पड़ रहा है|
- कुछ लोगो का मानना है , कि कंडोम का प्रयोग करने पर लिंग में उत्तेजना बरक़रार नहीं कर पाते हैं।
- कंडोम को लगाना मूड खराब करने वाला माना जाता है |
महिला कंडोम की जानकारी – Female Condoms in Hindi
महिला कंडोम भी मर्दों के कंडोम की तरह ही सुरक्षा प्रदान करता है | हलाकि औरतो के कंडोम अभी बहुत ज्यादा प्रचलित नहीं , लेकिन आने वाले दिनों में ये भी प्रचलित हो जायेंगे | औरतो के कंडोम जो मार्किट में है , उन ब्रांड के नीचे लिखे है –
- बेलवेट
- क्यूपिड
- कॉन्फीडोम
- ORMELLE
- VA W.O.W
महिला कंडोम का उपयोग कैसे करे – How to use Female Condoms in Hindi
औरतो का कंडोम मर्दों के कंडोम से आकार में कही ज्यादा बड़ा होता है , यदि आप इस कंडोम का प्रयोग सही तरीके से करे, तो आपको ये कंडोम बहुत ज्यादा सुबिधाजनक लगेंगे | तो आएये दोस्तों जानते है कि आखिर औरतो के कंडोम को यौन में कैसे रखा जाये , मतलब इसका प्रयोग कैसे किया जाए –
कंडोम प्रयोग करने की विधि :
- महिलाओ के कंडोम में भी पहले से ही चिकनाई मोजूद होती है , इसलिए आपको चिकनाई लगाने की जरुरत नहीं है
- सबसे पहले आप आरामदायक स्थिति में आ जाएं, जैसे (लेट जाना , बैठना या फिर कुर्सी पर अपना एक पैर रख कर खड़े होना ) |
- कंडोम के बंद सिरे में आंतरिक रिंग के किनारों को एक साथ मिलाके योनि के भीतर कंडोम खिसकाएं।
- जबतक खिसकाते रहे जबतक ये गर्भाशय ग्रीवा तक पहुच न जाए / अगर नहीं पहुचता है तो कोई बात नहीं |
- अब देखे कि कभी रिंग मुड तो नहीं गई है , अगर मुड गई है तो उसे सही कर दे |
- इसके बाद आप अपनी उगली को बाहर निकर ले |
- बाहरी रिंग एक इंच योनि के बाहर ही लटका दें।
- इसके बाद आप अपने साथी के लिंग को कंडोम के मुँह में डालने में मदद करें |
- सेक्स करने के बाद बाहरी रिंग के हिस्से को मोड़ कर पकड़ लें फिर योनि के बाहर आराम से निकाले|